
कांकेर:-छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित सुशासन तिहार 2025 के तहत जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के सभी ग्राम पंचायतों में जनचौपाल शिविरों का सफल आयोजन किया गया। शासन के निर्देशों का पालन करते हुए कलेक्टर नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरेश मण्डावी ने कई ग्रामों का दौरा कर शिविरों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना।
निरीक्षण के दौरान ग्राम कोरर, बैजनपुरी, भौड़िया, कुल्हाड़कट्टा, आसुलखार और फरसकोट में आयोजित शिविरों में ग्रामीणों ने प्रमुख रूप से पेयजल संकट, भू-जल स्रोत की कमी, स्कूलों की मरम्मत, आंगनबाड़ी भवन निर्माण एवं जर्जर भवनों की शिकायतें रखीं। इन समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु श्री मण्डावी ने संबंधित अनुविभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, कोरर तालाब की मरम्मत, बैजनपुरी में स्टॉप डेम निर्माण, भानबेड़ा नदी डायवर्सन, शाहकट्टा जलाशय गेट सुधार, और भौड़िया के जर्जर स्कूल भवन की भी बारीकी से जांच की गई। जिला सीईओ ने जल संसाधन विभाग को निर्देशित किया कि संभावित भू-जल स्रोतों को चिन्हांकित कर शीघ्र कार्य योजना बनाएं।
निरीक्षण के उपरांत श्री मण्डावी ने जनपद कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में भाग लिया, जिसमें 52 ग्राम पंचायतों में प्राप्त आवेदनों की स्थिति और समाधान की गुणवत्ता की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक शिकायत और आवेदन का समयबद्ध, पारदर्शी और प्रभावी समाधान सुनिश्चित किया जाए ताकि ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का वास्तविक लाभ प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर विकासखंड स्तर के अधिकारी-कर्मचारी, जनपद प्रतिनिधि एवं मैदानी अमला उपस्थित रहा। जनचौपाल के माध्यम से शासन का उद्देश्य गांवों तक सुशासन और सेवा की पहुँच सुनिश्चित करना है, जो इस अभियान के माध्यम से सफल होता प्रतीत हो रहा है।
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