
कांकेर:-नौकरीपेशा लोगों को लोन दिलाने के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। कांकेर पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त कार्रवाई में 3.72 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले लोन फर्जीवाड़ा रैकेट के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य छह की तलाश जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने सरकारी व निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को झांसे में लेकर बैंकों से पर्सनल लोन स्वीकृत कराया और फिर उसकी 50 प्रतिशत राशि खुद रख ली। लोन की ईएमआई कंपनी द्वारा चुकाने का झांसा देकर कुल 28 से अधिक लोगों से ठगी की गई।
प्रार्थी मनोज सिन्हा द्वारा थाना कांकेर में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर अभय कुमार गुप्ता, मनोज कुमार भगत, रागीच हुसैन, सुरेन्द्र सिंह कड़ियाम, नेक राम सिन्हा, विभा वर्मा, और पुजा यादव को गिरफ्तार किया गया। इन सभी का संबंध अंबिकापुर स्थित RV कंपनी और Raipur Sparsh Advisors Pvt. Ltd. से है। आरोपियों के पास से पीड़ितों के पैन कार्ड, आधार कार्ड, सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने HDFC, ICICI, Axis, Kotak, IDFC, YES, Bandhan और Bank of Baroda सहित कई बैंकों एवं बजाज फाइनेंस, फुलर्टन इंडिया, आदित्य बिड़ला फाइनेंस जैसी निजी फाइनेंस कंपनियों के साथ फर्जीवाड़ा किया है। इन बैंकों और वित्तीय संस्थानों के फील्ड अफसर और मैनेजरों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
आरोपियों ने ठगी से प्राप्त रकम को शेयर बाजार, क्रिप्टो करेंसी और फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने की बात स्वीकार की है। इनमें से करीब 1.5 करोड़ रुपए लेकर कुछ आरोपी फरार हो चुके हैं।
प्रकरण में धारा 420, 120B, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। थाना कांकेर, साइबर सेल, और आजाक टीम के सदस्यों की मुस्तैदी से इस फर्जीवाड़ा गिरोह का पर्दाफाश संभव हुआ है।
पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान कंपनी या व्यक्ति को निजी दस्तावेज सौंपने से पहले उसकी पूरी जानकारी जरूर लें और लोन या निवेश जैसे मामलों में सतर्क रहें।
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