
कांकेर। नगर के विवादित निजी अस्पताल मदर मेरी पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया है। यह कार्रवाई पुलिस सुरक्षा के बीच अंजाम दी गई।
जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पूर्व एक ग्रामीण महिला की इलाज के दौरान हुई संदिग्ध मौत के मामले ने तूल पकड़ा था। मृतक महिला के पति द्वारा की गई शिकायत के आधार पर प्रशासन ने जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि अस्पताल में लापरवाहीपूर्वक इलाज किया गया था, जिससे महिला की मौत हुई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि शिकायत और जांच के आधार पर आज जिला प्रशासन की मौजूदगी में अस्पताल को सील किया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में संचालित अन्य निजी अस्पतालों में नर्सिंग एक्ट और चिकित्सा नियमों के उल्लंघन पर औचक निरीक्षण कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विशेष बात यह है कि मदर मेरी अस्पताल पर यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी दो बार सील करने की कार्यवाही हो चुकी है, लेकिन बताया जा रहा है कि कुछ रसूखदारों के संरक्षण में यह अस्पताल अब तक संचालित होता रहा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2019 से इस अस्पताल में न तो कोई पंजीकृत चिकित्सक नियुक्त है और न ही मान्यता नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी की गई है। यानी अस्पताल लंबे समय से नियमों की अनदेखी करते हुए अवैध रूप से संचालित हो रहा था।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस कार्यावाही के बाद अस्पताल प्रबंधन और उसमें शामिल दोषियों पर क्या वैधानिक कार्यवाही की जाती है।
Live Cricket Info