
गरियाबंद :- जिले के छुरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत भरवा मुड़ा पाडरीपानी इलाके में एक नहीं बल्कि संभवतः दो तेंदुओं की मौत की खबर ने वन्यजीव संरक्षण व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए के अवशेष बरामद किए हैं, जो लगभग 500 मीटर की दूरी पर बिखरे हुए पाए गए। स्थानीय ग्रामीणों का दावा है कि दो तेंदुओं की मृत्यु हुई है, हालांकि इस संबंध में वन विभाग ने पुष्टि नहीं की है। मृत तेंदुए के कई अंग गायब मिले हैं, जिससे शिकार की आशंका और प्रबल हो गई है।
वन विभाग ने शुरू की जांच
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीएफओ लक्ष्मण सिंह स्वयं मौके के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने बताया कि,
“घटनास्थल पर पहुंचकर ही स्पष्ट रूप से कहा जा सकेगा कि मृत तेंदुए एक हैं या दो। मैं स्वयं वहां रहकर पोस्टमार्टम की निगरानी करूंगा और सभी अवशेषों को विधिवत जब्त कराया जाएगा।”
वन विभाग की चिकित्सकीय टीम मौके पर पहुंच चुकी है, और प्रारंभिक स्तर पर जहर देकर शिकार की आशंका जताई जा रही है।
सघन जांच के निर्देश
डीएफओ सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि यह बड़ी और गंभीर घटना है, और इसकी गहन जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि,
“वन्यजीव अधिनियम के अंतर्गत दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।”
भरवा मुड़ा में तेंदुओं की संदिग्ध मौत ने छत्तीसगढ़ के वन्यजीव संरक्षण तंत्र की सतर्कता पर सवाल खड़ा कर दिया है। अब सबकी निगाहें वन विभाग की जांच और आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं। क्या यह शिकार है या प्राकृतिक मौत इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विस्तृत जांच के बाद ही संभव होगा।
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