
सूरजपुर:- जिले में स्थित सरकारी अंग्रेजी शराब दुकान में मिलावटी शराब बेचने के सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। सरगुजा संभागीय उड़नदस्ता द्वारा की गई कार्रवाई में सूरजपुर जिले के बिहारपुर स्थित विदेशी मदिरा दुकान में भारी मात्रा में मिलावटी व्हिस्की बरामद की गई। इस कार्रवाई ने शासकीय शराब दुकानों की विश्वसनीयता पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
उड़नदस्ते की छापेमारी में दुकान से 6 पेटी यानी 288 बोतल ‘लाइफ स्टाइल’ ब्रांड की मिलावटी व्हिस्की, एक लीटर अलग से मिलावटी शराब, 41 नकली ढक्कन और एक सूजा बरामद किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि शराब की बोतलों में पानी मिलाकर बेचा जा रहा था, जिससे न केवल उपभोक्ताओं को धोखा दिया जा रहा था, बल्कि अवैध मुनाफाखोरी भी की जा रही थी।
पुलिस ने मुख्य विक्रेता दीपक कुमार गुप्ता और कर्मचारी रामप्रताप को मौके से हिरासत में ले लिया है। दोनों के खिलाफ छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 38(क), 39(ख), (ग) के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।
पिछले कुछ महीनों से जिले में शराब उपभोक्ताओं द्वारा यह शिकायतें मिल रही थीं कि शराब पीने के बावजूद उन्हें नशा नहीं हो रहा। कई उपभोक्ताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से और स्थानीय स्तर पर आवाज उठाई थी कि सरकारी दुकानों में मिलने वाली शराब में मिलावट की जा रही है। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की गई।
सरकारी दुकान से इस प्रकार की मिलावट सामने आना न केवल उपभोक्ता सुरक्षा बल्कि लोक प्रशासन की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े करता है। जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने मामले में उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला सरकारी व्यवस्था की निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल उठाता है। एक ओर सरकार शराब से राजस्व अर्जन कर रही है, वहीं दूसरी ओर इसी व्यवस्था में भ्रष्टाचार और उपभोक्ता के साथ धोखाधड़ी को रोकने में विफल नजर आ रही है। प्रशासन को अब इस दिशा में सख्त और पारदर्शी कदम उठाने की जरूरत है
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