
भानुप्रतापपुर:- दुर्गूकोंदल इलाके में रेत के अवैध उत्खनन के विरोध में कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रस्तावित थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन और SDM कार्यालय घेराव कार्यक्रम को जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। SDM भानुप्रतापपुर ने औपचारिक पत्र जारी कर कहा कि यह कार्यक्रम नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 152 का उल्लंघन है, अतः इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती।
दुर्गूकोंदल क्षेत्र में बीते कुछ समय से अवैध रेत उत्खनन को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार आवाज उठा रहे हैं। पार्टी ने आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग की निष्क्रियता के चलते अवैध रेत उत्खनन धड़ल्ले से जारी है। कांग्रेस ने इसी के विरोध में 14 मई को थाली बजाकर प्रदर्शन और SDM कार्यालय का घेराव करने की घोषणा की थी।
SDM भानुप्रतापपुर ने जारी पत्र में स्पष्ट किया है कि प्रस्तावित प्रदर्शन नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 152 के प्रावधानों का उल्लंघन करता है। इस धारा के तहत सार्वजनिक सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे आंदोलनों पर नियंत्रण रखा जाता है, जो भीड़ इकट्ठा कर कानून व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ सकते हैं।
प्रशासन के इस निर्णय के बाद कांग्रेस के प्रस्तावित आंदोलन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस जिला प्रशासन के रुख के खिलाफ क्या नई रणनीति अपनाती है। स्थानीय कार्यकर्ताओं में इस रोक के प्रति नाराजगी देखी जा रही है और पार्टी नेतृत्व पर दबाव है कि वे वैकल्पिक कदम उठाकर जनता के बीच अपनी बात मजबूती से रखें।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जल्द ही बैठक कर आगे की रणनीति तय करेगी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अवैध रेत उत्खनन जनता से जुड़ा अहम मुद्दा है और प्रशासन की अनदेखी के खिलाफ उनका आंदोलन किसी न किसी रूप में जारी रहेगा।
भानुप्रतापपुर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन पर प्रशासन की रोक ने स्थानीय राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। अवैध रेत उत्खनन पर कार्रवाई की मांग कर रही कांग्रेस को अब अपने आंदोलन के स्वरूप में बदलाव करना पड़ सकता है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा भानुप्रतापपुर की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है।
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