
रायपुर,:-राजधानी में साइबर ठगी की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला तेलीबांधा थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक सिविल इंजीनियर साइबर ठगों के जाल में फंसकर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई गंवा बैठे।
लाभांडी स्थित ऐश्वर्या एम्पायर सोसाइटी के निवासी सत्येंद्र श्रीवास्तव, पेशे से सिविल इंजीनियर, साइबर ठगों के झांसे में आकर 32 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गए।
ठगी का तरीका
शातिर साइबर ठगों ने सबसे पहले सत्येंद्र श्रीवास्तव से एक मामूली निवेश कराकर 20 हजार रुपये का ‘मुनाफा’ उनके खाते में भेजा। इस शुरुआती लाभ से विश्वास जीतने के बाद ठगों ने उन्हें ‘ब्रिज गोल्ड’ नामक एक कंपनी में निवेश कर मोटे मुनाफे का लालच दिया।
झांसे में आए इंजीनियर ने भारी-भरकम निवेश कर दिया। इसके बाद 32 लाख रुपये धीरे-धीरे उनके खाते से निकाल लिए गए। ठगों ने विश्वास बनाए रखने के लिए कहा कि रकम वापस देने के लिए उन्हें पहले 12 लाख रुपये कमीशन के तौर पर देने होंगे।
जब सत्येंद्र ने और रकम जमा कराने से इनकार किया और वास्तविकता को परखने की कोशिश की, तब जाकर उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
FIR दर्ज, जांच जारी
पीड़ित इंजीनियर ने तुरंत तेलीबांधा थाना में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और साइबर सेल की मदद से आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
सावधानी है सुरक्षा का एकमात्र उपाय
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि साइबर ठग बेहद चालाकी से लोगों के विश्वास को हथियार बनाकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना पूरी जांच-पड़ताल के किसी भी ऑनलाइन स्कीम या निवेश प्रस्ताव में पैसा लगाना भारी नुकसान का कारण बन सकता है।
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