
सुकमा:- तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में शिकायतकर्ता और पूर्व विधायक मनीष कुंजाम पर ACB और EOW द्वारा की गई कार्रवाई से नाराज बस्तरिया राज मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने आज सुकमा जिला बंद का आह्वान किया। इस बंद को कांग्रेस पार्टी का भी समर्थन मिला, जिससे पूरे जिला मुख्यालय में विरोध और प्रदर्शन का माहौल बना हुआ है ।
विरोध में विपक्षी एकता का प्रदर्शन
सुकमा जिला मुख्यालय में बस्तरिया राज मोर्चा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में एकत्र होकर शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने इसे लोकप्रिय नेता के खिलाफ सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करार दिया और प्रदेश व केंद्र सरकार की दमनकारी नीतियों पर सवाल उठाए।
सड़कों पर दिखा आक्रोश
बंद के दौरान कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकालते हुए पूरे जिला मुख्यालय का भ्रमण किया और आमजन से समर्थन मांगा। दुकानों, बाजारों, में सन्नाटा पसरा रहा, जिससे बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस का खुला समर्थन
बस्तरिया राज मोर्चा की इस पहल को कांग्रेस पार्टी ने खुले तौर पर समर्थन देते हुए विपक्षी एकता का परिचय दिया। कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदर्शन में भाग लिया और पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के साथ हो रहे व्यवहार को लोकतंत्र के खिलाफ साजिश बताया।
क्या है मामला ?
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने तेंदूपत्ता बोनस वितरण में हुई कथित अनियमितताओं को उजागर किया था। इसके बाद ACB और EOW ने उन्हीं पर कार्रवाई की, जिसे लेकर अब सियासी गलियारों में भेदभावपूर्ण कार्रवाई के आरोप लगाए जा रहे हैं।
जनता की भी बढ़ रही प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों में भी इस कार्रवाई को लेकर मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोग इसे जांच का हिस्सा बता रहे हैं, तो कई मनीष कुंजाम के पक्ष में खड़े नजर आए।
यह प्रकरण अब सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। आने वाले दिनों में इस विषय पर और भी राजनीतिक हलचल देखने को मिल सकती है।
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